मऊआइमा में सेना के जवान की मौत, घर में मचा कोहराम, पढ़ें पूरी खबर

प्रयागराज, उत्तर प्रदेश। भतीजी की शादी में शामिल होने के लिए हैदराबाद से लौट कर घर जा रहे आर्मी के जवान की सड़क हादसे में दर्दनाक मौत हो गई। आगे चल रही बाइक को ओवरटेक करने के दौरान टक्कर लगने से गिरकर जवान की मौत हुई। 

मऊआइमा थाना क्षेत्र के कटरा दयाराम निवासी सेना के जवान संजय यादव (30) पुत्र बांके लाल यादव हैदराबाद में तैनात थे। संजय ने शहर के झूंसी में जमीन लेकर अपना मकान बनाया था। उसमें वह पत्नी और अपने दो बेटों के साथ रहते थे। ड्यूटी से लौटने के बाद संजय झूंसी गए और वहां से बुधवार को भतीजी की शादी में शामिल होने के लिए अपनी पल्सर बाइक लेकर गांव आ रहे थे।

 कलंदरपुर मऊआइमा मार्ग स्थित चकश्याम गांव में आगे चल रहे बाइक सवार अजय पटेल (25) पुत्र प्रभुनाथ पटेल को ओवरटेक के दौरान टक्कर हो गई। संजय सिर के बल जमीन पर जा गिरे। गहरी चोट आने से उनकी मौके पर ही मौत हो गई।

 हादसे के बाद मौके पर भीड़ जमा हो गई। लोगों ने बाइक सवार दूसरे युवक को पकड़कर पिटाई शुरू कर दी। इस बीच ग्राम प्रधान की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा तथा लोगों की पिटाई से घायल युवक को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया। 

मृतक संजय यादव के दो बेटे हैं और वह चार भाइयों में तीसरे नंबर पर थे। घटना के बाद माता-पिता पत्नी और दोनों बेटों समेत पूरे परिवार का रो रो कर बुरा हाल हो गया। 

 एक हजार किमी से आए, घर से एक किमी दूर हो गई मौत

  मऊआइमा। हैदराबाद में तैनात संजय यादव चचेरे भाई दूधनाथ यादव की इकलौती बेटी की शादी में शामिल होने के लिए घर आ रहे थे। एक हजार किलोमीटर से अधिक का सफर तय कर चुके संजय घर से महज एक किलोमीटर दूर रह गए तभी यह दर्दनाक हादसा हो गया। मौत की सूचना पर पत्नी झूंसी से पत्नी भी अपने दोनों बेटों को लेकर कटरा दयाराम पहुंची। पत्नी और बच्चों की चीखें सुनकर मौजूद सभी लोगों की आंखें नम हो गई।

 शादी की खुशियां मातम में बदली 

मऊआइमा। संजय यादव के भतीजी की बारात गुरुवार की शाम बहरिया स्थित एक गेस्ट हाउस में आनी थी। भाई की इकलौती बेटी की शादी में शामिल होने के लिए ही संजय हैदराबाद से छुट्टी लेकर गांव आ रहे थे। बुधवार को सिलमायन था। 

वह झूंसी स्थित अपने मकान से कटरा दयाराम स्थित गांव जा रहे थे। घर पर रिश्तेदारों का जमावड़ा था। मंगल गीत गए जा रहे थे। इस बीच संजय का शव घर पहुंचा तो सारी खुशियां मातम में बदल गईं।

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