दिव्यांग बच्चों की शिक्षा में कार्यरत राष्ट्रीय संगठन नासेर्प के बैनर तले एक ऑनलाइन वेबीनार आयोजन

 जगद्गुरु रामभद्राचार्य माननीय संरक्षक नासेर्प जी के संरक्षकत्व एवं स्नेहिल आशीर्वचन से उद्भूत दिव्यांग बच्चों की शिक्षा में कार्यरत राष्ट्रीय संगठन नासेर्प के बैनर तले एक ऑनलाइन वेबीनार/ संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें भारतवर्ष में विशेष शिक्षकों की दिशा ,दशा और विशेष शिक्षा विषय पर परिचर्चा आयोजित की गई जिसमें मुख्य अतिथि के रुप में भजन सम्राट, पद्मश्री पुरस्कार प्राप्त  अनूप जलोटा  ने अपने उद्बोधन में समाज के पहचान में गुरु शिष्य परंपरा और साथ ही साथ समाज के धनात्मक संचरण में गुरु के ज्ञान के महिमा को श्रद्धा पूर्वक नमन करते हुए अपने आध्यात्मिक स्वर के माध्यम से भावनाओं को अभीसिंचित कर संगठन की नर सेवा नारायण सेवा के संकल्प को साकार स्वरूप हेतु आश्वासित किया। 

विशिष्ट अतिथि के रूप में जगद्गुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार आर पी मिश्रा  ने दिव्यांग बच्चों की शिक्षा व पुनर्वसन हेतु संगठन के कदमों की भूरि भूरि प्रशंसा की गई, साथ ही साथ अकादमिक एवं राजनीतिक स्तर पर हर सहयोग की कामना भी व्यक्त की गई। वक्ताओं के क्रम में नासेर्प संगठन के महासचिव  अभय प्रकाश श्रीवास्तव ,राष्ट्रीय उपाध्यक्ष  चंद्रभान द्विवेदी व प्रदेश उपाध्यक्ष  एस पी मिश्रा ने अपना विशेषज्ञता आधारित व्याख्यानमाला से संगठन के बेविनार को सफलतम शिखर तक पहुंचाने का प्रयास किया। संकेत भाषा अनुवादक के रूप में  पंकज शर्मा, शिफाली सिंह व  त्रिलोक कुमार सविता ने अपना विशेष योगदान दर्शित किया। तकनीकी सहयोग में  नागेंद्र प्रताप, कुमारी मुक्ता सिंह , दीपमाला गौतम ने कार्यक्रम की सफलता में अपने योगदान को दर्शित किया। वेबीनार आयोजक मंडल में विशेष योगदान दर्शित करने में  अरविन्द कुमार,  भानिमा शर्मा, सुनील दीक्षित व  पूरी चक्रवर्ती  ने अविस्मरणीय भूमिका अदा की ।कार्यक्रम समन्वयन  अपूर्व द्विवेदी संचालन  नागेश पांडे व कुमारी मुक्ता सिंह द्वारा समवेत रूप में किया गया । कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य, विशिष्ट अतिथि गण के साथ-साथ समस्त प्रतिभागियों का धन्यवाद ज्ञापन  राम प्रवेश तिवारी द्वारा किया गया।

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